मनोज नौडियाल
कोटद्वार। कोटद्वार को अतिक्रमणमुक्त बनाने की मांग को लेकर पूर्व सैनिक संघर्ष समिति के बैनर तले पूर्व सैनिकों ने आक्रोश रैली निकाली। इस दौरान पूर्व सैनिकों ने कहा कि अतिक्रमण के कारण शहर की सूरत बिगड़ती जा रही है। पूर्व सैनिकों ने इस संबध में उपजिलाधिकारी के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी प्रेषित किया।
शुक्रवार को पूर्व सैनिक समिति के बैनर तले मोटर नगर में एकत्रित हुए। यहां से वे समिति अध्यक्ष महेंद्र पाल सिंह रावत के नेतृत्व में नगर निगम के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जुलूस की शक्ल में तहसील पहुंचे। तहसील पहुंचकर जुलूस सभा में बदल गया। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि लगभग डेढ़ लाख की आबादी वाला कोटद्वार शहर अतिक्रमण के कारण अपना सौंदर्य खोता जा रहा है।
अतिक्रमण का हाल यह है कि शहर के रेलवे स्टेशन, झंडा चौक, गोखले मार्ग, गैरेज मार्ग व पुराने सिद्धबली मार्ग को अतिक्रमण कर संकरा कर दिया गया है। मार्ग के संकरा होने के कारण दुर्घटनाओं का खतरा बना रहता है। इस संबध में समिति की ओर से पूर्व में भी विभिन्न ज्ञापनों के माध्यम से नगर निगम सहित शासन प्रशासन को अवगत कराया गया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। आए दिन अतिक्रमणकारियों द्वारा आम जन से अभद्र व्यवहार करने की घटनाएं भी हो रही हैं, जिस कारण शहर का माहौल खराब होने की आशंका बनी हुई है। इसलिए व्यापक जनहित को देखते हुए कोटद्वार शहर को अतिक्रमणमुक्त बनाया जाना चाहिए। तत्पश्चात उपजिलाधिकारी के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री को मांग पत्र प्रेषित किया गया।
इस दौरान राजेश बिष्ट, मेहरबान सिंह, देवेंद्र सिंह, मदन सिंह, प्रमोद रावत, सुभाष कुकरेती, ठाकुर सिंह, प्रेम सिंह नेगी और सुरेश नेगी सहित बड़ी संख्या में पूर्व सैनिक शमिल रहे!!!
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