मनोज नौडियाल
रिखणीखाल। समाजसेवी स्वर्गीय श्री लीलानन्द लखेड़ा भगत जी जनकल्याण समिति कलीगाड़ रिखणीखाल के तत्वावधान में आयोजित स्मृति वॉलीबॉल खेल प्रतियोगिता में संघर्ष पूर्ण मुकाबले में बीईजी रुड़की ने गुणेड़ी को 25-20/25-19/25-18 के रोमांचक क्षणों में ट्रॉफी अपने नाम की।
इससे पूर्व सेमीफाइनल मुकाबले में पहला सेमीफाइनल गुणेड़ी ने भगत जी क्लब को तथा दूसरे सेमीफाइनल बीईजी रुड़की ने बड़खेत को हराकर फाइनल के लिए सीट पक्की की। जिनमें सेमीफाइनल हेतु गुणेड़ी के मोहित कुमार तथा बीईजी के बरुणपाल को उम्दा प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच के खिताब से नवाजा गया।
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फाइनल मैच में मैन ऑफ द मैच मोहित कुमार रहे तथा सम्पूर्ण टूर्नामेंट में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले अरुण जखमोला को मैन ऑफ द सीरीज प्रदान की गई। टूर्नामेंट में मुख्य अतिथि के रूप में जिला पंचायत सदस्य सुलमोड़ी कुमारी शालिनि बलोधी तथा क्षेत्र पंचायत सदस्य चपड़ेत मोहन नेगी ने समिति के अध्यक्ष राकेश देवरानी, सचिव महानन्द ध्यानी उपाध्यक्ष जय कृष्ण लखेड़ा, संयोजक सुरेन्द्र सिंह नेगी, अमित नेगी आदि के साथ भगत जी के परिजनों ने प्रशस्ति पत्र व ट्रॉफी प्रदान किये गये।
इस अवसर पर स्थानीय राजकीय इण्टर कॉलेज बुंगलगड्डी के छात्रों की प्रतियोगिता परीक्षा आयोजित की गई। जिसमें कक्षा ग्यारह व बारह स्तर पर अमन खनसूली प्रथम, शोभित देवरानी द्वितीय व उत्तम सिंह व आदित्य देवरानी संयुक्त रूप से तृतीय स्थान पर रहे। जबकि कक्षा नौ व दस स्तर पर प्रथम शिखा देवरानी, द्वितीय शीतल भारद्वाज व पार्थ जखमोला तृतीय रहे। जूनियर वर्ग छः, सात, आठ में पारस जखमोला प्रथम, दिव्यांशु नेगी -आयुषि नेगी द्वितीय व स्वाति ध्यानी तृतीय रहे। सभी प्रतिभागियों को मंच पर प्रशस्ति पत्र व नगद धनराशि पुरस्कार स्वरूप प्रदान की गई।
भगत जी की स्मृति में डॉ. जगदीश लखेड़ा पुनर्वास अधिकारी नेत्र चिकित्सा, महेंद्र कुमार अधीक्षक, आमोद सिंह श्रवण चिकित्सा, राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान देहरादून की ओर से नि: शुल्क शिविर में एक सौ सैंतालीस (147 ) लोगों को उपकरण वितरित किये गये।
प्रथम दिवस में इस कार्यक्रम का उद्घाटन क्षेत्रीय विधायक महन्त दलीप सिंह रावत तथा क्षेत्र पंचायत सदस्य कर्तिया बिनीता ध्यानी द्वारा किया गया। जिन्होंने भगत जी के कृतित्व एवं आदर्शों को जीवन में आत्मसात करने की अपील की। क्षेत्र हित में ऐसे विभूतियों की स्मृतियां मानव जीवन को सद्विकास में जीवन्तता अनुभूत कराती रहे की निरंतरता पर बल दिया। भ्रातृ प्रेम से खेल भावना और सौहार्द पूर्ण वातावरण में स्वस्थ जीवन की कामना की!!!
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