मनोज नौडियाल
देहरादून..... राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के क्रम में प्रदेश में प्री स्कूल की अवधारणा को साकार करने के लिए बाल वाटिका कार्यक्रम की शुरुआत प्रवेश के लगभग 5000 विद्यालयों में जुलाई 2022 से प्रारम्भ किया जाना है। इस हेतु वर्चुअल माध्यम से प्रदेश के शिक्षा विभाग से उप शिक्षा अधिकारियों, प्राथमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापक और महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास से बाल विकास परियोजना अधिकारी, आंगनवाडी कार्यकर्ताओं का तीन दिवसीय अभिमुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद् के पाठ्यक्रम विभाग द्वारा आयोजित की गयी।
ये भी पढ़ें: श्रीनगर पुलिस ने टापू में फंसे व्यक्ति का सकुशल किया रेस्क्यू! देखें
सत्र का शुभारम्भ करते हुए महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा बंशीधर तिवाड़ी द्वारा प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि हम देश में बालवाटिका शुरू करने वाला पहला प्रदेश बन रहे हैं। इसके लिए सभी विभाग व अधिकारीगण बधाई के पात्र है। इससे हमारे राजकीय विद्यालयों को छात्र संख्या में वृद्धि भी हो पायेगी। हम सबको मिलकर इस कार्य को अंजाम तक पहुँचाना होगा।
राजीव गांधी नवोदय विद्यालय परिसर में वर्चुअल स्टूडियो में समापन समारोह को निदेशक, अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण द्वारा प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुये स्पष्ट किया कि बालवाटिका (प्री स्कूल) को हम प्रदेश में जुलाई से शुरू करने जा रहे हैं। इसके लिए सभी आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को अहम जिम्मेदारी उठानी होगी। अभी तक उनके पास पोषण से संबंधित कार्य की जिम्मेदारी थी, जिसे अब बढ़ाकर शिक्षण तक कर दिया गया है। जो कि काफी चुनौतीपूर्ण कार्य है। इसमें बाल विकास विभाग का भी बराबर सहयोग लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह एक टीम वर्क है, जिसको मिलकर ही किया जा सकता है। प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुये प्रभारी अपर निदेशक श्रीमती आशा रानी पैन्यूली ने कहा कि हमें अपनी जिम्मेदारियों का बखूबी निर्वहन करना चाहिए, जिससे हम आने वाली पीढ़ी का मार्गदर्शन कर सकें।
विभागाध्यक्ष प्रदीप रावत ने कहा कि कार्यकत्रियों को एक अवसर के रूप में देखना चाहिए। इसमें उनके लिए प्रशिक्षण व सर्टिफिकेट कोर्स की भी व्यवस्था की जा रही है, जिससे उनका व्यक्तित्व विकास के साथ-साथ क्षमता सम्बर्द्धन भी हो पायेगा जिसका फायदा होगा। इसके साथ ही इस महत्वपूर्ण मिशन में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है।
तीन दिवसीय अभिमुखीकरण कार्यक्रम में स्कूल पूर्व शिक्षा की आवश्यकता पर श्रीमती गंगा घुघत्याल, बालवाटिका पर श्रीमती मोनिका गौड़, बालवाटिका अभ्यास पुस्तिका पर डा0 ऊषा कटियार, विभागीय समन्वयन व कार्यदायित्व पर उपनिदेशक राय सिंह रावत द्वारा सत्र को सम्बोधित किया गया!!!
1 टिप्पणियाँ
सरकार द्वारा बालवाटिका कार्यक्रम छोटे बच्चों के लिए बहुत ही अच्छा कार्यक्रम है ।राज्य को प्रथम बाल वाटिका राज्य बनने के लिए हार्दिक शुभकामनाएं👍👏🙏💐
जवाब देंहटाएं